तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा टूटे तो हैं
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा रूठे तो हैं
हा
तू तू तू रु रु रु
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा टूटे तो हैं
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा रूठे तो हैं
क्यूँ ऐसा है ये क्या जाने
क्या दिल को हम ना पहचाने
क्या हम रहे बस अंजाने
ज़रा सोचे तू
ज़रा सोचूँ मैं ये कभी
सारी जो कहानिया हैं
तेरी मेरी कितनी अधूरी सी
पूरी होंगी कैसे ये
ज़रा सोचे तू सोचूँ मैं
ये भी तो कभी
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तेरे मेरे दिल
खोए खोए लगते है ना
तेरे मेरे दिल
सोए सोए लगते है ना
सूना सूना सा रास्ता है
सन्नाटा सा बरसता है
दिल किस लिए तरसता है
ज़रा सोचे तू
ज़रा सोचूँ मैं ये कभी
सारी जो कहानिया हैं
तेरी मेरी कितनी अधूरी सी
पूरी होंगी कैसे ये
ज़रा सोचे तू सोचूँ मैं
ये भी तो कभी
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तन्हा मैं हूँ तन्हा तू
तो हम दोनो हुमराही नही क्यूँ
गूँजती है जो धड़कनो में
होंठों तक बात वो आई नही क्यूँ
जो गुमसूँ है तू गुमसूँ हूँ मैं
दोनो है उलझे उलझे से दोनो बेचैन
जो गुमसूँ है तू जो गुमसूँ हूँ मैं
हो वो
सारी जो कहानिया हैं
ओ तेरी मेरी कितनी अधूरी सी
पूरी होंगी कैसे ये ज़रा सोचे तू
सोचूँ मैं ये भी तो कभी
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा टूटे तो हैं
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा रूठे तो हैं
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु
तू तू तू रु रु रु