सौ आँसू रोए दो अखियाँ
सौ आँसू रोए दो अखियाँ
मारा है जिन्हे नींदों ने
कभी न सोये वो अखियाँ (वो अखियाँ)
दिल का मुसाफिर बात ना माने
मूड मूड देखे रास्ते पुराने
ज़िद्द छोड़ता ही नही (नही)
देख रहा है काँच के सपने
इक ना इक दिन हैं जो टीदकने
इश्क़ में टूटी चीज़े जग में
कोई जोड़ता ही नही दिल जाने ना
सौ आँसू रोए दो अखियाँ
सौ आँसू रोए दो अखियाँ
मारा है जिन्हे नींदों ने
कभी न सोये वो अखियाँ वो अखियाँ
वो ओह वो ओह वो ओह
जाने वाला जाने नहीं
जाने से उसके जान गयी
आते जाते फिर वह दिखे
पलकों ने छाने मोड़ कई
गुज़रा हुआ पल गुज़रा नहीं
उसका लगा रंग उतरा नहीं
होंठों से छूटी नहीं
गए साजन की बतियाँ
सौ आँसू रोए दो अखियाँ
सौ आँसू रोए दो अखियाँ
मारा है जिन्हे नींदों ने
कभी न सोये वो अखियाँ
वो ओह वो ओह वो ओह
कैसे कोई रोके भला
हाथ लक़ीरें छोड़ गयीं
लाखों दिल के टुकड़े किए
धड़कन को भी तोड़ गयी
कभी ठहरेगा दर्द कहीं
कोई गुंजाइश दिखती नही
चंदा बिन जिया ना लगे
जल काजल सी रतियाँ
सौ आँसू रोए दो अखियाँ
सौ आँसू रोए दो अखियाँ
मारा है जिन्हें नींदों ने
कभी ना सोए वो अखियाँ (वो ओह वो ओह वो ओह)
वो ओह वो ओह वो ओह
सौ आँसू रोए(वो ओह ओह)
सौ आँसू रोए दो अखियाँ (सौ आँसू रोए दो अखियाँ)
सौ आँसू रोए(वो ओह ओह)
मारा है जिन्हें नींदों ने(वो ओह)
कभी ना सोए वो अखियाँ