Lyrics
आसमान की बाहों में चाँद अकेला ठहरा था
रात की जवानी पे चाँदनी का पहरा था
रुनझुन रुनझुन हवा का झोका उजली उजली रात
तारो की डॉली में आई झिलमिलाती जुगनू की बारात
सब के होतों पे ठहरी थी आके कोई बात
ढोल मंजीरे बजने लगे पड़ी डफली पर ताप
और धूमक धूमक कर नाच रही थी मेरी राधा प्यारी
धूमक धूमक कर नाच रही थी मेरी राधा प्यारी
जाने कहाँ से रस रचने आया छैला गिरदारी
मोरे पिया दरर्ता है दहको मोरा जिया
हो.. मोरे पिया दरर्ता है दहको मोरा जिया
हो.. ओ मोरा जिया
ना बहियाँ धरो आती है मुहज़े शरम
हन छ्चोड़ दो तुमको है मेरी कसम
ना ना ज़िद ना करो जाने दो मुझे बालम
देखो दूँगी में गालियाँ बावरे चलो हटो सताओं ना मोरे पिया
मोरे पिया मोरे पिया दरर्ता है दहको मोरा जिया
मोरे पिया दरर्ता है दहको मोरा जिया
मोरे पिया
जमुना के तीर बजे मृदंग करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
अर्थो के गीत मॅन में उमंग
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
सासों में प्यास टन में तरण
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
इससे धक धक दुनिया है तंग
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
करे कृष्ण रस राधा के संग
ISMAIL DARBAR, SAMEER
Universal Music Publishing Group