Lyrics
अगर साज़ छेड़ा तराने बनेंगे
अगर साज़ छेड़ा तराने बनेंगे
तराने बनेंगे तराने बनेंगे
तराने बने तो तराने बने तो फ़साने बनेंगे
फ़साने बने तो सुनेगी ये महफ़िल
सुनेगी ये महफ़िल बड़ी होगी मुशकिल
निगाहों के हम तुम निशाने बनेंगे
की रुसवाईयों के की रुसवाईयों के
बहाने बनेंगे
अगर साज़ छेड़ा तराने बनेंगे
बहानों से फिर तो मुलाक़ात होगी
यूँही दिन कटेगा बसर रात होगी
नये दोस्त इक दिन पुराने बनेंगे
मोहब्बत में दो दिल
मोहब्बत में दो दिल दीवाने बनेंगे
अगर साज़ छेड़ा तराने बनेंगे
दीवनों पे हँसता है सारा ज़माना
ज़माना मुहब्बत का दुशमन पुराना
दीवाने नहीं हम सयाने बनेंगे
सयाने नहीं हम
सयाने नहीं हम दीवाने बनेंगे
अगर साज़ छेड़ा तराने बनेंगे
तराने बनेंगे तराने बनेंगे
तराने बने तो तराने बने तो फ़साने बनेंगे
अगर साज़ छेड़ा तराने बनेंगे
ANAND BAKSHI, R. D. BURMAN
Universal Music Publishing Group