Lyrics
आओ तुम्हे एक नयी बात बताऊँ मैं
आओ तुम्हे एक नयी बात बताऊँ मैं
साज़ बजाये मौसम और गीत सुनाऊं मैं
आओ तुम्हे एक नयी बात बताऊँ मैं
साज़ बजाये मौसम और गीत सुनाऊं मैं
आओ तुम्हे एक नयी बात बताऊँ मैं
धरती भीगे बाहों में बादल के
पत्ते गाये रस्ते में पीपल के
पंछी भँवरे तितली और हवाएं
अपनी अपनी धुन में सब गाए
इनको सुर इनको ताल(सुर,ताल)
इनको गीत किसने सिखाये(गीत)
आओ तुम्हे एक नयी बात बताऊँ मैं(हे हे हे)
बात बताऊँ मैं
साज़ बजाये मौसम और गीत सुनाऊं मैं
आओ तुम्हे एक नयी बात बताऊँ मैं
गिरती उठती दिल में जो लहरें हैं
इन में ही तो गीतों के ढेरे हैं
आगे पीछे जितना यह जीवन है
मेरी तेरी साँसों का आँगन है
रोज़ ही सुबह नयी राह नयी सूरज दिखाई
आओ तुम्हे एक नयी बात बताऊँ मैं
साज़ बजाये मौसम और गीत सुनाऊं मैं
हम्म हम्म हम्म
M. M. KREEM, NIDA FAZLI
Universal Music Publishing Group