वे चन्ना वे
यादा तेरी आवे
सेनए नाल लगे
ज़िंदगी गुज़र छाड़नी
वे यादा तेरेया
मैं सेनए नाल लग
दुररियाँ दुररियाँ
दुररियाँ दुररियाँ
दुररियाँ दुररियाँ
कहती है यह हवा
कहती है यह फ़िज़ा
कल कोई था यही
लेकिन अब वो नहीं
वो कहीं अब और है
दर्द का दौर है
कितना गहरा है गम
कैसा है यह सितम
कहती है यह हवा
कहती है यह फ़िज़ा
कितने ही गुम सहो
उतने ही चुप रहो
कुछ ना कहो
कुछ ना कहो
कुछ ना कहो
कुछ ना कहो
आरज़ू सो गयी
हर खुशी खो गयी
सुने है रास्ते
अब मेरे वास्ते
सिर्फ़ एक याद है
एक फरियाद है
सिर्फ़ तनहाईयाँ
सिर्फ़ परछाईयाँ
आसून की नदी दिल
में है बह रही
कहती है ज़िंदगी
तुम भी इस में बहो
कुछ ना कहो कुछ ना कहो
कुछ ना कहो कुछ ना कहो