चेहरे में तेरे(तेरे)
खुद को मैं ढूँढू(ढूँढू)
आँखों के दरमियाँ
तू अब है इस तरह
ख़्वाबों को भी जगह ना मिले
ये मौसम की बारिश
ये बारिश का पानी
ये पानी की बूँदें
तुझे ही तो ढूँढें
ये मिलने की ख्वाहिश(हंम)
ये ख्वाहिश पुरानी
हो पूरी तुझी से मेरी ये कहानी
हवाओं से तेरा
पता पूछती हूँ
अब तो आजा तू कहीं से
परिंदों की तरह
ये दिल है सफ़र में
तू मिला दे ज़िन्दगी से
बस इतनी इल्तेज़ा
तू आके इक दफ़ा
जो दिल ने ना कहा जान ले
ये मौसम की बारिश
ये बारिश का पानी
ये पानी की बूँदें
तुझे ही तो ढूँढें
ये मिलने की ख्वाहिश(हंम)
ये ख्वाहिश पुरानी
हो पूरी तुझी से मेरी ये कहानी(कहानी)